एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको मंगल कर्क राशि में वक्री से जुड़ी विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, मंगल देव की वक्री चाल का देश-दुनिया पर कैसा प्रभाव पड़ेगा? शेयर मार्केट में किस तरह के परिणाम मिलेंगे? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में प्राप्त होंगे। बता दें कि मंगल महाराज 07 दिसंबर 2024 की सुबह 04 बजकर 56 मिनट पर चंद्र देव की राशि कर्क में वक्री होने जा रहे हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं मंगल वक्री के देश-दुनिया पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में।
यह भी पढ़ें: राशिफल 2025
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
शायद ही आप जानते होंगे कि जब मंगल ग्रह परिक्रमा करते समय पीछे की तरफ (उल्टे) चलते हुए प्रतीत होते हैं, तो ज्योतिष में इस घटना को वक्री कहा जाता है। हालांकि, मंगल की वक्री अवस्था को मनुष्य जीवन में खुद के भीतर झांकने और पुनर्मूल्यांकन करने का समय माना जाता है जिसका संबंध महत्वाकांक्षा, प्रेरणा, कदम उठाने और विवाद आदि से है। कुंडली में मंगल ग्रह क्रोध और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है जब यह वक्री होते हैं, तब इनसे मिलने वाले प्रभावों में कमी देखने को मिलती है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मंगल कर्क राशि में वक्री: विशेषताएं
मंगल की वक्री अवस्था एक ऐसी अवधि होती है जो आपके आत्मविश्वास और प्रगति की रफ्तार को कम कर सकती है। कर्क राशि में मंगल वक्री होने से घर, परिवार और व्यक्तिगत सुरक्षा से जुड़ी भावनाओं को उजागर करता है। इस दौरान आप भावनात्मक जरूरतों और सीमाओं के बारे में पुनः सोच-विचार करते हुए देखे जा सकते हैं या फिर आपके घर-परिवार में समस्याएं जन्म ले सकती हैं जिसे संभालना आपको मुश्किल लग सकता है।
भावनाओं में बहने से बचें: कर्क राशि के लोग बेहद भावुक रह सकते हैं जिसके चलते आपका व्यवहार आक्रामक या फिर बदले की भावना से पूर्ण रह सकता है। अगर आप खुद का बचाव करते हुए आगे बढ़ रहे हैं या फिर आसानी से गुस्सा हो जाते हैं, तो इस समय आपके लिए अपने कदम पीछे खींचना और अपनी भावनाओं को समझने के लिए समय देना सर्वोत्तम होगा।
पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट
अपने रिश्तों पर पुनर्विचार करें: मंगल की वक्री अवस्था के दौरान परिवार में चल रही समस्याएं उभरकर सामने आएंगी या फिर आप बचपन की पुरानी यादों या जख्मों को याद करते हुए नज़र आ सकते हैं। ऐसे में, मंगल वक्री की अवधि को यह सोच-विचार करने के लिए अच्छा कहा जाएगा कि इन सब बातों का आपके वर्तमान जीवन में क्या महत्व है।
मंगल कर्क राशि में वक्री की अवधि में यह जातक अपने जीवन की समस्याओं या आपने किसी रिश्ते में अपने गुस्से को कैसे काबू किया या खुद को विवाद से कैसे बचाया आदि के बारे में याद करते हुए नज़र आ सकते हैं। आपने इन समस्याओं से होने वाले तनाव को कैसे संभाला? मंगल कर्क राशि में वक्री की अवस्था इसे स्वीकार करने का समय होगा। क्या आप इन समस्याओं को नज़रअंदाज़ करेंगे या फिर इनका सामना करते हुए बाहर निकलेंगे? इस बारे में सीखने के लिए अवधि श्रेष्ठ होगी क्योंकि आप जानेंगे कि अपनी भावनाओं को मन में दबाने से अच्छा उन्हें प्रकट करना होगा।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
मंगल कर्क राशि में वक्री: विश्व पर प्रभाव
डिजाइनिंग, फैशन और मूर्तिकला
- कर्क राशि में मौजूद मंगल रचनात्मकता को आगे लेकर जाने का काम करते हैं। ऐसे में, इनकी वक्री चाल निश्चित रूप से डिजाइन और रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए फलदायी साबित होगी।
- भारत समेत विश्व में मूर्तिकार, आर्किटेक्ट्स और इंटीरियर डेकोरेशन से संबंधित जातकों के लिए मंगल की वक्री अवस्था शुभ रहेगी।
देश की सुरक्षा एवं डिफेंस
- भारत अपनी रक्षा नीतियों को पहले की तुलना में मजबूत बना सकता है क्योंकि सरकार सुरक्षा नीतियों में कुछ बड़े बदलाव कर सकती है।
- जो जातक पुलिस, सेना या नेवी में कार्यरत हैं, उनके लिए मंगल का कर्क राशि में वक्री होना फलदायी रहेगा, लेकिन आपको अपने काम के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि आपके शब्दों या कार्यों को गलत समझा जा सकता है।
- हमारे देश के सुरक्षा कर्मियों को कुछ विशेष ट्रेनिंग दी जा सकती है जिससे सुरक्षा को मज़बूत किया जा सकेगा।
ज्योतिष एवं गूढ़ विज्ञान
- जिन जातकों का जुड़ाव ज्योतिष या गूढ़ विज्ञान से है, उनके लिए मंगल की वक्री चाल शुभ परिणाम लेकर आएगी।
- ऐसे लोग जो वास्तु शास्त्र से जुड़े हैं, उन्हें वक्री मंगल से अत्यंत लाभ की प्राप्ति होगी।
- गूढ़ विज्ञान की पढ़ाई करने वाले छात्रों को इस अवधि में निश्चित रूप से फायदा मिलेगा।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मंगल कर्क राशि में वक्री: शेयर बाजार रिपोर्ट
- सामान्य रूप से दिसंबर 2025 की 5, 6, 7, 19, 23, 26 और 27 तारीख़ को शेयर मार्किट का प्रदर्शन अच्छा रहेगा जबकि 1, 5, 8, 9, 12, 13, 14 और 16 तारीख़ को बाजार में तेज़ी देखने को मिलेगी।
- कुल मिलाकर शेयर बाजार का प्रदर्शन शानदार रहेगा। इस अवधि में बैंक, फाइनेंस, पब्लिक, इंजीनियरिंग, कपड़ा, हीरा, चाय कॉफ़ी, रुई, कॉस्मेटिक, तम्बाकू, रिलायंस इंडस्ट्री, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस पावर, टाटा पावर और अडानी पावर आदि क्षेत्र काफी तेज़ गति से आगे बढ़ेंगे।
- मंगल कर्क राशि में वक्री होने का लाभ शेयर मार्किट को भी मिलेगा।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मंगल ग्रह जब अपनी राशि या उच्च राशि में उपस्थित होते है और केंद्र भाव में बैठे होते हैं, तब रूचक योग का निर्माण होता है।
कुंडली के दसवें भाव में मंगल ग्रह मज़बूत होता है।
मंगल देव कुंडली के तीसरे भाव के कारक ग्रह माने जाते हैं।